कोरोना वायरस के नये वेरिएंट से हो सकती है ये दिक्कतें, एक्सपर्ट ने दी बचाव की सलाह

कोरोना वायरस

कोरोना वायरस का ओमिक्रॉन वेरिएंट दुनिया के लगभग हर देशों में फ़ैल चुका है,

वायरस में लगातार म्यूटेशन  हो रहे है | पिछले कुछ सप्ताह से कोरोना के नए मरीजों में बढ़ोत्तरी भी देखी गयी है | 

एक्सपर्ट की माने तो अगले कुछ महीनों में हम सभी को कोरोना के नए वेरिएंट का सामना करना पड़ सकता है |

जिन व्यक्तियों ने अपना टीकाकरण करवा लिया है साथ ही बूस्टर डोज़ भी ले ली है,

उन्हें इस नए वायरस से कम खतरा होगा | 

एक्सपर्ट की राय है कि जिन व्यक्तियों ने बूस्टर डोज़ नहीं लगवाई वो जल्द ही इसे लगवा ले |

कोरोना (कोविड-19) क्या है ? 

कोरोना (कोविड -19 ) एक संक्रामक बीमारी है | यह वायरस लोगों को बहुत ही जल्द संक्रमित कर देता है |

यह व्यक्तियों की श्वसन प्रणाली और प्रतिरोधक क्षमता पर बहुत बुरा असर डालते है |

और उन्हें कमजोर करते है | 

कोरोना वायरस की उत्पत्ति कहाँ हुई ?  

सबसे पहले कोरोना वायरस का संक्रमण चीन के वुहान शहर में पाया गया |

WHO की एक टीम ने कोरोना वायरस पर अध्ययन करने के लिए चीन गयी |

वहां 14 दिनों तक बाजारों, अस्पतालों और प्रयोगशालाओं का निरक्षण किया |

इस टीम में WHO के कुल 34 विशेषज्ञ शामिल थे | 

टीम ने जाँच के बाद जो निष्कर्ष दिए वो कुछ इस प्रकार है | 

1 ) टीम ने अपनी जाँच में यह प्रमाणिक शब्दों में कहा कि यह वायरस चमगादड़ से इंसान तक पंहुचा है |  

2 ) जाँच में यह अनुमानित तौर पर कहा गया कि यह वायरस खाने के सामानों से इंसान तक पहुंचा होगा | 

3 ) टीम ने कोरोना वायरस का प्रयोगशालाओं से इंसानो में फैलने की बहुत ही कम सम्भावना जताई है |

टीम ने बताया प्रयोगशालाओं में ऐसी दुर्घटनायें न के बराबर होती है | 

कोरोना वायरस से हुई हानियाँ ? 

पिछले 2 वर्षो से कोरोना महामारी के कारण बहुतों की जिंदगी खराब हुई है |

इस महामारी के कारण हर व्यक्ति को आर्थिक,शारीरिक और मानसिक समस्याओं का सामना करना पड़ा है |

कोरोना वायरस से होने वाले नुक्सान कुछ इस प्रकार है | 

रोजगार खत्म हुए- कोरोना महामारी के चलते बहुत लोगों लोगों के रोजगार उनसे छिन गए |  

अर्थव्यवस्था को नुक्सान – कोरोना महामारी के कारण विश्व में कई देशों की अर्थव्यवस्था काफी खराब हो गयी | 

शिक्षा क्षेत्र में नुक्सान – इस बीमारी को देखते हुए सरकार ने स्कूल,कॉलेजों और शिक्षण संस्थानों को बंद करवा दिया था |

जिसके बाद शिक्षा का स्तर कुछ हद तक कम हो गया |

जिम,सिनेमाघर, पार्क बंद हुए – कोरोना वायरस के नए वेरिएंट के कारण जिम, सिनेमाघर,पार्क आदि बंद कर दिए जाते थे |

जिससे इस सेक्टर को काफी नुक्सान का सामना करना पड़ा है | 

शॉपिंग मॉल,रेस्टोरेंट में बिक्री कम- इस महामारी ने कई लोगों का व्यापार और रोजगार छीना है |

जिस कारण वर्तमान में इन क्षेत्र में काफी कम मात्रा में बिक्री होती है |

रियल स्टेट को काफी नुकसान – कोरोना महामारी के समय रियल स्टेट अर्थात घर खरीददारी में काफी कमी देखने को मिली है |

लोगों ने अपनी जमा बचत को अपने स्वास्थ और आवश्यक वस्तुओं पर खर्च कर दिया |

जिससे अब घर मकान खरीदने में लोगों को दिक्कतें हो रही है |      

कोरोना वायरस के वेरिएंट  

1 ) अल्फ़ा वेरिएंट – कोरोना वायरस के नए वेरिएंट की शुरुआत अल्फा वेरिएंट से हुई |

वैज्ञानिक भाषा में इस वेरिएंट को B.1.1.7 नाम से जाना गया |

दुनिया में यह वैरिएंट तेजी से फैला खास कर अमेरिका में इस वैरिएंट ने काफी तबाही मचाई |

2 ) बीटा वेरिएंट – 2020 में बीटा वैरिएंट का संक्रमण सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में पाया गया |

इसका वैज्ञानिक नाम B.1.351 रखा गया | इसके दो म्यूटेशन E484K और N501Y को सबसे अधिक खतरनाक माना गया |

यह वेरिएंट उन लोगों को भी संक्रमित करता है | जिन्हें पहले भी कोरोना हुआ था या जिन्होंने टीकाकरण करवा लिया था | 

3 ) गामा वेरिएंट – बीटा वेरिएंट के बाद कोरोना वायरस के नए वेरिएंट गामा ने दुनिया में अपना प्रकोप दिखाया |

यह वेरिएंट सबसे पहले ब्राजील में देखा गया | 

4 ) डेल्टा वेरिएंट – कोरोना वायरस का यह वेरिएंट सबसे पहले भारत में देखने को मिला |

इसका वैज्ञानिक नाम B.1.617.2  रखा गया | इस वेरिएंट को कोरोना वायरस का सबसे अधिक संक्रामक वेरिएंट माना जाता है | 

लेकिन इंसानी जान लेने की क्षमता को लेकर इतना खतनाक नहीं माना गया | डेल्टा वेरिएंट लगभग 100 देशों  में फ़ैल चुका था | 

5 ) ओमीक्रॉन – इस वेरिएंट का वैज्ञानिक नाम B.1.1.529 रखा गया |

कोरोना वायरस के इस वेरिएंट को लोगों  में ज्यादा ट्रांसमिसबल माना गया | 

अर्थात कोरोना वायरस के नए वेरिएंट का यह सबसे अधिक तेजी के साथ फैलने वाला वेरिएंट माना गया |

लेकिन वैक्सीनेटेड लोगों इस वायरस का कम ही असर देखा गया | 

6 ) लैम्डा वेरिएंट- लैम्डा वेरिएंट सबसे पहले पेरू में पाया गया | इसका वैज्ञानिक नाम C.37 नाम रखा गया | 

7 ) एमयू वेरिएंट – इसका वैज्ञानिक नाम B.1.621 रखा गया | सबसे पहले इस वेरिएंट को सबसे पहले कोलंबिया में पाया गया |

कोरोना वायरस

कोरोना वायरस से रोकथाम के लिए कुछ वैक्सीनों के नाम 

विश्व के कई देशों ने कोरोना वायरस के रोकथाम के लिए वैक्सीनों का निर्माण किया है
और उनका सफल परीक्षण भी कर लिया है | भारत में इन देशो में शामिल है |
आइये विश्व की कुछ चुनिंदा वैक्सीनों के बारे में जानते है |

वैक्सीन 

निर्माता कंपनी 

Covovax

Serum Institute of India 

Nuvaxoid

Novavax

Spikevax

Moderna

Comirnaty

Pfizer/BioNTech

Convidecia

CanSino

Janssen 

Johnson&Johnson

Vaxzevria 

Oxford/AstraZeneca

Covishield

Serum Institute of India 

Covaxin

Bharat Biotech

कोरोना वायरस पर ये सभी वैक्सीने काफी असरदार है | भारत में निर्मित covishield और covaxin को विश्व में काफी सरहाना मिली है |

इन वैक्सीनों का टीकाकरण भारत के अलावा विश्व के अन्य देशों  में भी जारी है |  

बूस्टर डोज़ है बचाव –

इस महामारी से बचने के लिए हर व्यक्ति का टीकाकरण होना जरूरी है ताकि व्यक्तियों की प्रतिरोधक क्षमता बनी रहे और लोग इस बीमारी की संक्रामकता से बच सके | 

इस आर्टिकल में कोरोना वायरस से सम्बंधित हर तथ्य को आपके सामने रखा गया है |

हम उम्मीद करते है कि कोरोना जैसी अन्य बीमारियों से भी आप सचेत रहेंगे और खुद को स्वस्थ रखेंगे | 

यदि आपने अभी तक बूस्टर डोज़ नहीं लगवायी है तो अपने नजदीकी टीकाकरण केंद्र पर जाकर बूस्टर डोज़ अवश्य लगवाएं | और कोरोना वायरस  से खुद को बचाएँ |

हमारा यह आर्टिकल आपको कैसा लगा अपने विचार और सुझाव कमेंट बॉक्स में जरूर दें | धन्यवाद |

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