कई लोगों का मानना है कि दूध में केसर मिलाकर पीने से व्यक्ति के चहेरे पर चमक आती है।
सैफ्रन क्रोक्रस पौधों के फूलों से मिलने वाला केसर बहुत ही कम मात्रा में ही प्राप्त हो पाता है जिस कारण इसकी कीमत काफी अधिक रहती है।
बाजार में कई लोग नकली केसर को असली बताकर लोगों को ठगने का काम करते है। आइये जानते है असली केसर की पहचान क्या है।
असली केसर आपस में चिपकते नहीं है जबकि नकली केसर के रेशे आपस में चिपक सकते है।
अगर केसर हाथ से मिसलने पर छोटे छोटे टुकड़ों में बंट जायें तो समजिये यह असली हैं।
केसर से हल्की मीठी और सोंधी महक आती रहती हैं। जिसे सूंघकर आप इसके असली होने की पहचान कर सकते है।