हिन्दू मान्यता के अनुसार शव की अंतिम यात्रा में महिलाओं को जाने से वर्जित किया जाता है।
ऐसा माना जाता है कि महिलायें पुरुषों के मुकाबले अधिक भावनात्मक होती है।
इसलिए वो अपने सगे सम्बन्धी का अंतिम संस्कार नहीं देख पाती।
दूसरा कारण यह भी है कि श्मशान घाट में नकरात्मक ऊर्जा काफी तेजी से प्रवाहित होती है।