स्कूल या कॉलेज में अक्सर बच्चों को सुन्दर या साफ़ लिखने के लिए कहा जाता है।
इसके बावजूद कई ऐसे बच्चे होते है जिनकी हैंडराइटिंग काफी खराब होती है और उनके माता पिता को कई बार पेरेंट्स मीटिंग में बच्चों की राइटिंग सुधारने के लिए कहा जाता है।
इसलिए आपको कुछ तरीके बताने जा रहे है जिससे बच्चों की राइटिंग में सुधार लाया जा सकता है।
बच्चों को उचित पेन से लेखन कार्य कराये, ताकि इससे उन्हें उंगलियों में दर्द न हो।
पेन को सही अवस्था में पकडे इसे बहुत हलके हाथो से पकड़ने की आवश्यकता होती हैं न कि तेजी से।
लेखनी में प्रत्येक अक्षरों की बनावट पर ध्यान दे, अक्षरों की ऊंचाई, झुकाव और आकार समान रखे।