पिंगली वैंकेया ने 1921 में झंडे को डिजाइन किया।
उस समय उन्हीने राष्ट्रीय ध्वज को लाला और हरे रंग में बनाया था।
ये दो रंग रंग देश के सबसे बड़े धार्मिक समुदायों हिन्दू - मुसलमान को दर्शाता है।
केसरिया ,सफ़ेद और हरे रंग वाले राष्ट्रीय ध्वज को फहराया गया ,1931 में ये प्रस्ताव पारित किया गया।
अशोल चक्र की जगह चरखा बना होने के कारण ये वर्तमान ध्वज से अलग था,जो गांधी जी के अहिंसात्मक स्वतंत्रता आंदोलन का महान प्रतीक था।
इसी झंडे का विकसित हुआ रूप आज भारत का राष्ट्रीय ध्वज है।