हिन्दू धर्म में शादी एक संस्कार है और इसे हर पुरुष और महिला के लिए अनिवार्य बताया गया है।
शादी में कई रस्में निभाई जाती है जिनकी काफी विशेषताएं है।
आपने अक्सर देखा होगा कि दूल्हे के साथ उसकी माँ बारात में नहीं जाती आखिर ऐसा क्यों ?
इसलिए वर की माँ इन सभी तैयारियों को पूर्ण करने के लिए दूल्हे के साथ बारात नहीं जा पाती है।
दूसरा कारण यह भी है शादी के समय घर में काफी कीमती सामान होने से घर अकेला नहीं छोड़ा जा सकता।
यही कारण है बारात में दूल्हे की माँ नहीं जा पाती है।