फिल्म निर्माता ओम राउत के निर्देशन में बनी फिल्म “ आदिपुरुष “ अपने कुछ डायलॉग के चलते विवादों में बनी हुई है।
यह भगवान राम और माता सीता के जीवनकाल में हुई घटनाओं पर आधारित फिल्म है।
इस फिल्म के कई डायलॉग लेखक मनोज मुंताशिर द्वारा लिखे गए है और फिल्म में इन डायलॉगों को काफी अभद्रता के साथ बोला गया है आइये जानते है इस फिल्म के 5 विवादित डायलॉग के बारे में।
तेल तेरे बाप का, कपड़ा भी तेरे बाप का और जलेगी भी तेरे बाप की।
हनुमान जी जब लंका में माँ जानकी का पता लगाने के लिये जाते है तब रावण की सेना उन्हें पकड़ लेती है। मेघनाथ उनकी पूंछ में आग लगाने के बाद पूछता है- "जली!" उसके प्रतिक्रिया में हनुमान कहते हैं-
बोल दिया, जिसने हमारी बहनों को हाथ लगाया, हम उनकी लंका लगा देंगे।
उसी तरह जब हनुमान लंका से लौट कर वापस जाते है तो प्रभु श्री राम उसने पूछते है कि लंका में क्या हुआ ? क्या उनको जानकी के दर्शन हुए ? तब हनुमान जी श्री राम से बोलते है।
ये लंका तेरी बुआ का बगीचा है जो तू यहाँ घूमने चला आया।
जब हनुमान माता जानकी से मिलने के बाद अशोक वाटिका को तहस नहस करते हैं तब उनके और राक्षस के बीच एक संवाद होता हैं जिमे वहाँ का पहरारी उसने बोलता हैं कि
भैया आप अपने काल के लिए कालीन बिछा रहे है।
विभीषण एक सीन में रावण से कहता है,
मेरे एक सपोले ने तुम्हारे इस शेषनाग को लम्बा कर दिया है अभी तो पूरा पिटारा भरा हुआ है।
जब लक्ष्मण इन्द्रजीत के प्रहार से मूर्छित हो जाते हैं तब इन्द्रजीत बोलता हैं
लंकेश, राघव से- 'अयोध्या में तो वो रहता नहीं. रहता तो वो जंगल में है. और जंगल का राजा शेर होता है. तो वो कहां का राजा है रे
एक सीन में आप रावण को यह बोलते हुए सुन सकते हैं।