कम उम्र में बाल सफेद क्यों होते हैं ? जानिये क्या है मुख्य कारण ?

कम-उम्र-में-बाल-सफेद-क्यों-होते-हैं

क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर कम उम्र में बाल सफेद क्यों होते हैं ? यदि नहीं तो कोई बात नहीं क्योंकि आज हम आपको इस लेख के माध्यम से यही बताने जा रहे है। 

हमारे बालों, आंखों और त्वचा में मेलेनिन नामक पिगमेंट मौजूद होते है, जो बालों के रंग को निर्धारित करने में अहम् भूमिका निभाते है। मेलेनिन दो प्रकार के होते है। पहला है यूमेलेनिन, जो काले, भूरे और सुनहरे बालों में पाया जाता है।

यह मेलेनिन प्रकार बालों को गहरे रंग का देता है। दूसरा है फेमेलेनिन, जो लाल बालों में पाया जाता है। यह मेलेनिन प्रकार बालों को लाल या गुलाबी रंग का देता है।

बालों के लिए मेलेनिन तत्व आवश्यक

बालों के सफेद होने की प्रक्रिया तब  शुरू होती है, जब शरीर में मेलेनिन का उत्पादन कम हो जाता है या पूरी तरह से बंद हो जाता है।

इसके परिणामस्वरूप, नई बालों में मेलेनिन की कमी होती है और उनका रंग सफेद होने लगता है।

यह प्रक्रिया उम्र के साथ होती है और अधिकांश लोगों में सामान्य होती है।

कम उम्र में बाल सफेद क्यों होते हैं ? क्या CDK प्रोटीन भी जिम्मेदार ?

बाल सफेद होने का कारण CDK (साइक्लिन-डिपेंडेंट किनेसेस) प्रोटीन को जिम्मेदार माना जाता है। कई बार तनाव (स्ट्रेस) का असर हमारे बालों और त्वचा पर सीधा – सीधा देखने को मिलता है।

न्यूयॉर्क की कोलंबिया यूनिवर्सिटी इरविंग मेडिकल सेंटर ने यह पहली बार साबित किया है। उनके अनुसार, साइक्लिन-डिपेंडेंट किनेसेस (CDK) नामक एक विशेष प्रोटीन शरीर के कोशिकाओं को क्षति पहुंचाने लगता है।

यह प्रोटीन तनाव की स्थिति में तेजी से उत्पन्न होता है। ऐसे में, तनाव के कारण काले बाल सफेद हो जाते हैं।

कम उम्र में बाल सफेद क्यों होते हैं ? इसकी एक वजह अनुवांशिकता भी

कई बार बालों के सफ़ेद होने की असल वजह अनुवांशिकता भी मानी गयी है, इसके अलावा, अन्य कारक जैसे जीवाणु संक्रमण, अनुभवों का दबाव, तनाव, आहार भी बालों के सफेद होने की वजहों में शामिल है। 

कोशिकाओं में मेलेनिन पिगमेंट की कमी या न होने की वजह से बाल सफेद होने का कारण है। रिसर्चर्स के मुताबिक, जिन कोशिकाओं से मेलेनिन पिगमेंट बनता है, वे हेयर फॉलिकल से जुड़ जाती हैं।

मेलेनिन पिगमेंट हेयर फॉलिकल के बेस में मौजूद होता है। हेयर फॉलिकल त्वचा के उपरी दो लेयरों में पाये जाते हैं और ये बालों की ग्रोथ में मदद करते हैं।

सिर्फ आपके लिये

महिलाओं में बाल सफ़ेद होने की वृद्धि अधिक

ब्रिटेन के मैनचेस्टर में एक शोध में पाया गया है कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं में दो गुनी तेज़ी से बाल सफेद  होते है। 

इसके परिणामस्वरूप, महिलाएं पुरुषों से 6 साल अधिक उम्रदर्शी दिखने लगती हैं। महिलाओं में ग्रे बालों की शुरुआत 34 साल की उम्र में होती है, जबकि पुरुषों को ऐसा 33 साल की उम्र में होता है।

एक अमेरिकी कंपनी, प्रॉक्टर एंड गैंबल ने एक अध्ययन में यह पाया है कि 65% से अधिक महिलाएं अपने बालों के प्राकृतिक रंग अर्थात ग्रे कलर से संतुष्ट हैं।

आशा करते है कि आपको यह पता चल गया होगा की मनुष्यों में कम उम्र में बाल सफेद क्यों होते हैं ?

Leave a Reply