
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आज़ाद ने अपना इस्तीफा कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष सोनिया गाँधी को दे दिया है |
इस्तीफे में उन्होंने भावुक शब्दों में एक पत्र लिखा | इस पत्र में उन्होंने कहा बड़े अफ़सोस और भावुक दिल के साथ मैंने कांग्रेस पार्टी से अपना आधा सदी पुराना नाता तोडने का फैसला किया है |
उन्होंने आगे लिखा कि आज भारत जोड़ो यात्रा की जगह कांग्रेस जोड़ो यात्रा निकालनी चाहिए |
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पार्टी से नाराज हुए आज़ाद जी
काफी लम्बे समय से आज़ाद जी कांग्रेस पार्टी से नाराज थे | वे कांग्रेस के जी- 23 गुट नेताओ में शामिल थे |
जी – 23 गुट के नेताओं ने पार्टी में काफी बदलाव की मांग की थी |
कुछ समय पहले कांग्रेस के एक और वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने भी पार्टी को इस्तीफा दे दिया था |
पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गाँधी चाहती थी कि गुलाम नबी आज़ाद जम्मू-कश्मीर में विधान संभा चुनाव लड़े |
लेकिन गुलाम नवी जी ने स्वास्थ कारणों का हवाला देते हुए अपना इस्तीफा सोनिया गाँधी को सौप दिया |
गुलाम नबी आज़ाद की कांग्रेस पार्टी से नाराज़गी तब सामने आयी जब उन्हें इस अभियान समिति का अध्यक्ष बनाया गया |
गुलाम नबी आज़ाद से पहले भी कई वरिष्ठ नेताओं ने कांग्रेस से साथ छोड़ा है,
जिनमें ज्योतिरादित्य सिंधिया, जयवीर शेरगिल, जितिन प्रसाद, सुनील जाखड़, कैप्टन अमरिंदर सिंह जैसे दिग्गज नेता है |
गुलाम जी का राजनीति सफर
7 मार्च 1949 को जम्मू कश्मीर के डोडा में गुलाम नबी आज़ाद जी का जन्म हुआ |
उन्होंने कश्मीर यूनिवर्सिटी से परास्नातक की शिक्षा पूरी की |
सन 1970 के दौर में वे कांग्रेस से जुड़े | कांग्रेस से जुड़ने के बाद 1975 में जम्मू कश्मीर के यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष बने |
उसके बाद उन्हें 1980 में यूथ कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया |
वे 1980 में महाराष्ट्र के वाशिम से पहली बार लोक सभा चुनाव जीते |
इसके बाद उन्हें 1982 में केंद्रीय मन्त्री बनाया गया | आज़ाद जी 1990 -1996 तक राज्यसभा सांसद रहे |
2005 में गुलाम जी जम्मू – कश्मीर के मुख्यमंत्री बने |
लेकिन 2008 में पीपीडी ने अपना समर्थन वापस ले लिया जिससे उनकी सरकार गिर गयी |
2014 में आज़ाद जी को राज्य सभा में विपक्ष का नेता बनाया गया
और 2015 में आजाद को जम्मू – कश्मीर से राज्य सभा भेजा गया |

कांग्रेस पार्टी का भारत जोड़ो मिशन शुरू
कांग्रेस ने भारत जोड़ो मिशन की शुरुआत 6 सितम्बर को कन्याकुमारी से प्रारम्भ की |
इस यात्रा की अगुवाई पार्टी में राहुल गाँधी, प्रियंका गाँधी वाड्रा, पी चितंम्बरम जैसे बड़े नेता कर रहे है |
यह पद यात्रा कुल 12 राज्यों से होकर कश्मीर में संपन्न की जाएगी |
पार्टी घर-घर जाकर लोगों की समस्याओं को जानेगी उनका निवारण करेगी और लोगों को कांग्रेस से जुड़ने के लिए प्रेरित करेगी |
कांग्रेस पार्टी के भारत जोड़ो मिशन की महत्वता
इस मिशन का मुख्य उद्देश्य दल को सशक्त बनाना है |
मिशन का मुख्य उद्देश्य लोगों को अपनी पार्टी से जोड़ना है |
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