
31 मई जिसे हम सब विश्व तम्बाकू निषेध दिवस (World No Tobacco Day) के रूप में मानते है, कुछ मिडियारिपोर्ट की जानकारी के अनुसार दुनिया में लगभग 40 प्रतिशत से अधिक लोग तंबाकू का सेवन कर रहे है जिससे उन्हें कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी होने की संभवताः बढ़ जाती है। आज इस लेख के माधयम से तम्बाकू से जुड़े इतिहास, इसके प्रयोग, इससे होने वाले लाभ और हानियाँ आदि सम्बंधित जानकारियों से रूबरू हो सकेंगे जो आपके स्वास्थ्य जीवन के लिए उपयोगी साबित हो सकता है तो आइये लेख को पढ़ना प्रारम्भ करते है।
विश्व तम्बाकू निषेध दिवस का इतिहास (History of World No Tobacco Day)
विश्व तम्बाकू निषेध दिवस की शुरुआत 1987 में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा की गई। यह दिवस हर साल 31 मई को मनाया जाता है।
विश्व तम्बाकू निषेध दिवस का मुख्य उद्देश्य लोगों को तम्बाकू के नकारात्मक प्रभावों के बारे में जागरूक करना है और तम्बाकू के सेवन को नियंत्रित करने के लिए जनता को सशक्त बनाना है।
इस दिवस को आयोजित करने का उद्देश्य है कि लोग तम्बाकू के सेवन के नकारात्मक प्रभावों के बारे में जागरूक हों और इसे कम करने के लिए सक्रिय योगदान दें।
इसके तहत, विशेष कार्यक्रम, कार्यशालाएं, शिक्षा और जागरूकता अभियान, सेमिनार और अन्य सामाजिक गतिविधियों का आयोजन किया जाता है।
तम्बाकू का इतिहास (History of Tobacco)
तम्बाकू का इतिहास लगभग 5000 से 3000 ईसा पूर्व से है जब इस पौधे का उत्पादन दक्षिण अमेरिका के प्रांतो में सर्वाधिक किया जाता था।
उस समय वहां के लोग इस पौधे को जलाकर झाड़ फूंक जैसी क्रियाओं में प्रयोग करते थे। इस प्रचलन ने काफी कम समय के भीतर ही अपने पैर दुनिया के अन्य देशो में फैलायें जिसके बाद लोगों ने तम्बाकू की खेती करना अधिक उपयोगी समझा।
कुछ वर्षो पश्चात् लोगों ने तम्बाकू का सेवन करना प्रारम्भ किया, जिससे लोग धीरे धीरे इसकी बुरी लत में फंसते चले गए के रूप में तप्दील हो गयी। आज दुनिया में कई ऐसी व्यक्ति है जो इस आदत से हमेशा के लिए मुक्ति पाना चाहते है लेकिन इस लत ने उनके सभी प्रयासों को विफल कर दिया है।
जर्मन के वैज्ञानिको ने बताया था तंबाकू को घातक
सन 1920 के करीब जर्मन के वैज्ञानिको तम्बाकू के पौधे पर शोध प्रारम्भ किया तो यह पाया कि इसमें निकोटीन जैसे घातक तत्व शामिल है जिसके अधिक सेवन करने से व्यक्ति को कैंसर जैसी घातक बीमारी हो सकती है, डॉक्टर्स की इस रिपोर्ट पर विश्व स्वास्थ्य संघठन ने भी अपनी मुहर पक्की कर दी और यह माना कि तम्बाकू मनुष्य के लिए बहुत ही घातक है।
तम्बाकू में कौन कौन से तत्व पाए जाते है ?
तम्बाकू में कई प्रकार के तत्व पाए जाते हैं। यहां कुछ मुख्य तत्वों की सूची है:
निकोटीन
यह तम्बाकू का प्रमुख नशीला तत्व है और आपको आदिकारी बनाने का कारण है।
टार
टार तम्बाकू का एक और मुख्य तत्व है, जो सिगरेट धूम्रपान के दौरान बनता है।
कार्बन मोनोक्साइड:
यह एक विषाक्त गैस है जो तम्बाकू के धूम्रपान से उत्पन्न होता है।
अमोनिया
तम्बाकू उत्पादन के दौरान इस्तेमाल होने वाला रासायनिक तत्व है, जो निकोटीन के अवशोषण को बढ़ाता है।
कई तरह के कार्सिनोजन
तम्बाकू में कार्सिनोजन कई रूपों में मौजूद होते हैं और इसे कैंसर के विकास के साथ जोड़ा जाता है।
तम्बाकू में कौन कौन से तत्व पाए जाते है ?
लोग इसका प्रयोग कई प्रकार से करते है जिनके नाम कुछ इस प्रकार से है।
बीड़ी
बीड़ी का उपयोग बहुत पुरानी समय से हो रहा है। इसका प्रारंभिक उपयोग वैदिक काल में होने का विश्वास किया जाता है।
यह वेदों, पुराणों और प्राचीन ग्रंथों में उल्लेखित है। इसे महाभारत में भी संकेत मिलता है, जहां इसे मधुरा, द्वारका, माथुरा, इंद्रप्रस्थ आदि स्थानों में विक्रय के लिए प्रयुक्त किया जाता था।
बीड़ी का प्राचीन उपयोग हाथ से उत्पन्न किया जाता था, जहां तार के माध्यम से धूप की पत्तियों को बाँधा जाता था। यह बाद में मशीनों के आविष्कार के बाद से और विधानों के सुधार के साथ निर्मित किया जाने लगा है।
सिगार
सिगार एक विशेष प्रकार का धूम्रपान सामग्री है जो बाँस के बीच में धुआँधार बाँधी जाती है। यह एक बड़े आकार का होता है और बाँस की पत्तियों या तंबाकू के पत्तों से बना होता है।
सिगार को धूम्रपान का एक उच्च श्रेणी कहा जाता है और इसे आमतौर पर सजीव चर्चा, महानता, अद्यतन या आनंद के अवसरों पर पीया जाता है।
सिगरेट
सिगरेट एक प्रकार का धूम्रपान सामग्री है जो तंबाकू या तंबाकू के पदार्थों के मिश्रण को एक पेपर में बांधकर बनाई जाती है।
सिगरेट का विचार प्रथम बार 9वीं शताब्दी में उत्पन्न हुआ था। तंबाकू को सिगरेट के रूप में उपयोग करने का प्रारंभ अंग्रेजों द्वारा किया गया था, प्रारंभ में, सिगरेट तंबाकू की पत्तियों को हाथ से बंधकर बनाई जाती थी,
लेकिन बाद में मशीनों के उपयोग से इसका निर्माण किया जाने लगा।
सिगरेट का उपयोग शुरूआत में शोषक पदार्थों की एक प्रकार के रूप में होता था। यह धीरे-धीरे सामान्य लोगों के बीच पसंदीदा हो गया और यह उनकी लाइफस्टाइल का एक हिस्सा बन गया।
हुक्का
हुक्का का इतिहास काफी पुराना है और इसकी मान्यता क्रैस्टोफर कोलंबस के समय से भी पहले तक जाती है।
इसकी शुरुआत अरब महाद्वीप में हुई, जहां इसे शोषक औषधि के रूप में प्रयोग किया जाता था। धीरे-धीरे, हुक्का का उपयोग मुख्य रूप से तंबाकू और इलायची जैसे सुगंधित पदार्थों के साथ आरामदायक विश्राम के एक तरीके के रूप में पसंदीदा हो गया।
हुक्के को उच्च समाज के लोगों के बीच प्रचलित किया गया, और यह बाद में शासकों, महाराजाओं और नवाबों के कोर्टों में एक मुख्य आपूर्ति के रूप में बन गया।
तम्बाकू में कौन कौन से तत्व पाए जाते है ?
तम्बाकू का सेवन कई हानिकारक प्रभावों से जुड़ी है, जोकि इस प्रकार है।
कैंसर
तम्बाकू का सेवन करने से कई प्रकार के कैंसर के खतरे बढ़ जाते हैं, जैसे मुंह का कैंसर, फेफड़ों का कैंसर, गला का कैंसर, आंत्र का कैंसर आदि। यह धीरे-धीरे कैंसर के विकास को बढ़ावा देता है और जीवन को खतरे में डाल सकता है।
हृदयरोग
तम्बाकू में मौजूद निकोटीन और अन्य केमिकल हृदयरोग के खतरे को बढ़ाते हैं। यह रक्तचाप को बढ़ावा देते हैं, धमनियों को अच्छी तरह से काम करने से रोकते हैं और हृदय अटैक और दिल की बीमारियों के जोखिम को बढ़ाते हैं।
श्वसन संबंधी रोग
धूम्रपान करने वालों को अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, चीघरने की बीमारी और अन्य श्वसन संबंधी रोगों का खतरा बढ़ता है।
प्रजनन प्रणाली के विकास
तम्बाकू के सेवन से महिलाओं में गर्भाशय कैंसर का खतरा बढ़ता है। इसके अलावा, गर्भावस्था के दौरान तम्बाकू के सेवन से स्थायी और संक्रामक रूप से शिशु को हानि पहुंच सकती है।
मुँह का रोग
तंबाकू सेवन से मुंह के रोग जैसे मसूड़ों की समस्या, मुंह का कैंसर, पांवलों की बीमारी और दांतों की कीटाणु इत्यादि हो सकते हैं।
मानसिक स्वास्थ्य
तम्बाकू में मौजूद निकोटीन मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। यह मानसिक संतुलन, उत्साह, और नींद को प्रभावित कर सकता है।
World No Tobacco Day Slogan in Hindi
- तम्बाकू छोड़ो, स्वस्थ जीवन चुनो!
- तम्बाकू छोड़ो, स्वस्थता बढ़ाओ!
- तम्बाकू ना जलाएं, जीवन को खुशहाल बनाएं!
- तम्बाकू का सेवन छोड़ो, जीवन को खुशियों से भरो!
- तम्बाकू से दूर रहें, जीवन को स्वस्थ बनाएं!
- तम्बाकू छोड़ो, जीवन को सम्मान दो!
- तम्बाकू की आग बुझाएं, दिल को स्वस्थ बनाएं!
- तम्बाकू छोड़ने का समय आया है, स्वस्थ जीवन पाया है!
- तम्बाकू न चबाएं, जीवन को सुंदरता से सजाएं!
- तम्बाकू छोड़ने से जीवन में खुशियां लाएं!
- धूम्रपान को छोड़ो, जीवन को जोड़ो।
- नशे का खेल छोड़ो, खुशहाली से नाता जोड़ो।
- स्वस्थ जीवन जीने का यही है नियम, धूम्रपान नहीं करेंगे हम।
- धूम्रपान का सेवन छोड़ेंगे, स्वस्थता को प्राथमिकता देंगे।
- धूम्रपान को छोड़, अपने आपको स्वतंत्र बनाओ।
- धूम्रपान से दूर रहें, खुशहाली को अपनाएं।
- जीवन में खुशाली अपनाओ बीड़ी की आग बुझाओ।
- चारो और मचा शोर नहीं चाहिये मोरे नहीं चाहिये मोरे ।
- तंबाकू से दूर रहना, खुशहाली का रास्ता चुनना।
- तंबाकू न खाओ न खिलाओ जीव को स्वस्थ बनाओ।
- जीवन को बचाना है तो तम्बाकू को दूर भागना है।
World No Tobacco Day Poster (Free Dwonload)
FAQ
विश्व तम्बाकू निषेध दिवस 31 मई को मनाया जाता है।
दुनिया में करीब 40 प्रतिशत से अधिक लोग इसका सेवन करते है।
गुजरात भारत का सर्वाधिक तम्बाकू उत्पादक राज्य है।
चीन दुनिया में सर्वाधिक तम्बाकू उत्पादन करने वाला देश है
निष्कर्ष
इस लेख में आपको तम्बाकू से जुडीं कई खास जानकारियों को जानने का अवसर प्राप्त हुआ जोकि आपके स्वास्थ्य जीवन के लिए काफी उपयोगी साबित हुई होगी हम उम्मीद करते है इस लेख को आप आपने दोस्तों तक जरूर पहुचायेंगे ताकि उन्हें भी इस जानकारी का लाभ मिल सके। यदि आप ऐसी ही खास जानकारियों को आगे भी पढ़ना जारी रखना चाहते है तो इस वेबसाइट को विजिट कर सकते है।
धन्यवाद !