स्टेज फोबिया से छुटकारा पाने के लिये अपनाएं ये 5 जबरदस्त तरीके

स्टेज फोबिया

स्टेज फोबिया एक बहुत ही आम बात है। जो बच्चों से लेकर बड़ों तक को परेशान करती है। हलाकि कुछ बच्चे बचपन में बहुत जिज्ञासु और साहसी होते हैं। लेकिन स्टेज पर जाते ही उन्हें घबराहट सी होने लगती है। जिसकी वजह से वह मंच पर सही तरीके से प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं।

अगर आपका भी बच्चा स्टेज का नाम सुनते ही पैनिक हो जाते हैं और समझाने के बावजूद उनका डर बरकरार रहता है।  तो यह लेख आपके लिये है। क्योंकि आज हम आपको कुछ ऐसे तरीकों के बारे में बताने जा रहे है जिसकी मदद से उनका आत्मविश्वास बढ़ाया जा सकता है।

स्टेज फोबिया से छुटकारा पाने के तरीके

स्टेज फोबिया एक मनोवैज्ञानिक स्थिति है जिसमें दर्शकों के सामने मंच पर प्रदर्शन करते समय तीव्र भय और चिंता होती है।

स्टेज फोबिया विभिन्न रूपों में प्रकट हो सकता है, जैसे कांपना, पसीना आना, तेज़ दिल की धड़कन, शुष्क मुंह और घबराहट के दौरे भी। यह अक्सर निर्णय लेने, असफलता या दूसरों के सामने खुद को शर्मिंदा करने के डर से उत्पन्न होता है।

स्टेज फ़ोबिया व्यक्तिगत और व्यावसायिक दोनों तरह से व्यक्तियों पर हानिकारक प्रभाव डाल सकता है। कई बार प्रभावशाली व्यक्ति भी इस डर से अपनी अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन करने में असमर्थ रहते है।  

1 . बच्चों को हौसला दें

यदि आपका बच्चा मंच पर जाते समय घबराता है तो आप उसका स्टेज फोबिया काम करने के लिये प्रेरणादायक और सहायक बनें।

उन्हें यह समझाएं कि मंच पर जाना उनके लिए एक नया अनुभव होगा जो उन्हें खुशियों से भर देगा। उन्हें स्पष्ट करें कि इससे वे न केवल बहुत कुछ सीखेंगे बल्कि अपने आप को भी बेहतर बनाएंगे।

2 . बच्चों को आगे बढ़ने के लिये प्रोत्साहित करें

जिस प्रकार लोहा लोहे को काटता है उसी प्रकार स्टेज फोबिया से निपटने के लिये स्टेज पर प्रस्तुति करना बहुत जरुरी है। आप अपने बच्चे को स्टेज प्रैक्टिस करने के लिए प्रोत्साहित करें। उन्हें यह समझाए कि अधिक प्रैक्टिस से उनकी प्रस्तुति में सुधार होगा।  जिससे वे अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में काफी हद तक सफल हो सकते हैं।

3. बच्चों द्वारा किये गए परफॉरमेंस की प्रशंसा करें

अपने बच्चों को सकारात्मक प्रतिक्रिया और सराहना देने से नहीं चूकें। उन्हें उनके प्रदर्शन की प्रशंसा करें और उन्हें यह समझाएं कि उनका मेहनत और प्रयास महत्वपूर्ण है।

बच्चों को उन्हें अपने डरों का सामना करने के लिए प्रेरित करें। उन्हें यह समझाएं कि डर उनकी दुर्बलता है। यह उनकी प्रगति में बाधा बन सकती है।

4 . स्टेज फोबिया: बच्चो की अच्छी काउंसलिंग करें

बच्चों को स्टेज फोबिया से बाहर निकालने के लिए काउंसलर से सलाह लें। यदि काउंसलर के पास जाना मुमकिन न हो, तो विशेषज्ञों की स्पीच और वीडियो दिखाएं। 

जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़े और डर कम हो। इससे बच्चे धीरे-धीरे आत्मविश्वासी महसूस करेंगे और स्टेज पर जाने का डर भी दूर होगा।

5 . बच्चों को मंच पर जाने से पहले मार्गदर्शन दें

अगर आपका बच्चा किसी विषय पर मंच पर बोलने के लिए तैयारी कर रहा हो और उन्हें उस विषय के बारे में पूरी जानकारी नहीं हो।

तो उनकी घबराहट को दूर करने के लिए उन्हें सब्जेक्ट का विस्तारपूर्वक अध्ययन करने की सलाह दें। इससे उसका आत्मविश्वास बढ़ेगा और वह स्टेज फोबिया से लड़ पायेगा। धीरे-धीरे स्टेज पर जाने का उनका डर खत्म हो जाएगा।

6 .स्टेज फोबिया: श्वास पर नियंत्रण रखें

जब आप चिंतित महसूस करें, तो अपनी नसों को शांत करने और शारीरिक लक्षणों को कम करने के लिए अपनी श्वास को नियंत्रित करने का प्रयास करें। इस तकनीक में अभ्यस्त होने के लिए अक्सर गहरी साँस लेने के व्यायाम का अभ्यास करें।

यदि आप किसी घटना के दौरान चिंतित महसूस करने लगते हैं, तो गहरी साँसें लें और अपनी श्वास को नियंत्रित करने पर ध्यान केंद्रित करें। यह आपको बेहतर महसूस करने में मदद कर सकता है।

स्टेज फ़ोबिया पर विजय पाना एक ऐसी यात्रा है जिसके लिए धैर्य, अभ्यास और दृढ़ता की आवश्यकता होती है।

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