प्रमुख समाचार दिनांक 22.02.2024

करदाताओं के लिए आसानी: आयकर विभाग ने जारी किया नया आवेदन प्रपत्र 10 आईएए

ITR

अगर किसी करदाता ने चालू वित्त वर्ष में ITR भरने के लिए नई व्यवस्था का चयन किया है लेकिन अब वो पूरानी कर व्यवस्था में जाना चाहता है तो इसके लिए उसे एक नया फॉर्म 10 आईएए भरना होगा। साथ ही एक अलग प्रक्रिया भी पूरी करनी होगी । आयकर विभाग ने यह सुविधा उपलब्ध करा दी है। आयकर विभाग ने आकलन वर्ष 2024=25 के लिए करदाताओं के इस्तेमाल के लिए आयकर रिटर्न फॉर्म जारी कर दिए हैं। इसमें कर छूट दावों के लिए विवरण फॉर्म के साथ फॉर्म 10 आईएए फॉर्म भी शामिल है जिसमें कई तरह की जानकारियों को भरना होगा। इसके तहत पैन नंबर, कर भुगतान का पूरा विवरण आदि शामिल है । इसके अलावा इसके अतिरिक्त फॉर्म में दोनो कर व्यवस्था के बदलाव करने की हिस्ट्री के बारे में भी पूंछा जाएगा।

आयकर विभाग ने वित्तीय वर्ष 2024-25 और मूल्यांकन वर्ष 2025-26 के लिए नए आयकर रिटर्न (ITR) फॉर्म जारी किए हैं। इस साल इन फॉर्मों में कुछ बदलाव किए गए हैं। आयकर दाखिल करने की समय सीमा 31 जुलाई है। अपने इस लेख में हम नए ITR Form में किए गए बदलावों के बारे में जानने वाले हैं।

ITR-1 फॉर्म में क्या बदला?

नए ITR-1 फॉर्म में करदाताओं को यह बताना होगा कि उन्होने ओल्ड या फिर न्यू टैक्स रिजीम को चुना है। नई रियायती कर व्यवस्था लागू होने के बाद ये एक डिफॉल्ट विकल्प बन गया है। हालांकि, करदाताओं के पास ITR-4 दाखिल करते समय फॉर्म 10-IEA दाखिल करके पुरानी व्यवस्था से बाहर निकलने और बने रहने का प्रावधान अभी भी है।

ITR-1 सरल आय संरचना वाले व्यक्तियों के लिए एक सरलीकृत फॉर्म है। ये व्यवसाय या पेशे से आय, पूंजीगत लाभ या डुअल टैक्सेशन राहत का दावा करने वाले व्यक्तियों को पूरा नहीं करता है। इसके अतिरिक्त, अन्य पात्रता मानदंड भी हैं, जैसे-निवासी व्यक्ति होना, कुल आय 50 लाख रुपये तक होना, कृषि आय 5,000 रुपये तक होना और केवल एक घर की संपत्ति का मालिक होना।

ITR-4 किसके लिए?

ITR-4 (SUGAM) विशेष रूप से व्यक्तियों, HUF और फर्मों (सीमित देयता भागीदारी के अलावा) के लिए डिजाइन किया गया है, जिन्होंने आयकर अधिनियम की धारा 44AD या 44AE के तहत अनुमानित टैक्सेशन स्कीम का विकल्प चुना है।

धारा 44एडी के तहत अनुमानित टैक्सेशन का विकल्प चुनने वाले व्यवसायों के लिए मानदंड में आसानी है। नकद कारोबार या नकद सकल प्राप्तियों का खुलासा करने के लिए एक नया ‘नकदी में रसीदें’ कॉलम जोड़ा गया है। इस योजना के लिए नकद कारोबार की सीमा 2 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 3 करोड़ रुपये तय कर दी गई है। हालांकि, इसमें शर्त है कि नकद प्राप्तियां पिछले वर्ष के कुल कारोबार या सकल प्राप्तियों के 5% से अधिक न हों।

ITR-6 को लेकर ये है नए नियम

कंपनियों द्वारा उपयोग किए जाने वाले ITR-6 में भी अतिरिक्त विवरण की आवश्यकता वाले बदलाव हुए हैं। इस फॉर्म में अब कंपनियों से कुछ अतिरिक्त विवरण की आवश्यकता होगी, जिसमें कानूनी इकाई पहचानकर्ता (LEI), एमएसएमई पंजीकरण संख्या, धारा 44एबी के तहत कर ऑडिट के कारण, वर्चुअल डिजिटल संपत्ति, 115बीबीजे धारा के तहत कर योग्य ऑनलाइन गेम से जीत का खुलासा शामिल है।

इसके अलावा, धारा 44एबी (टैक्स ऑडिट रिपोर्ट) और धारा 92ई (ट्रांसफर प्राइसिंग रिपोर्ट) के तहत ऑडिट रिपोर्ट के लिए पावती संख्या और यूडीआईएन का उल्लेख करना आवश्यक होगा।

म्यूजिक के धुन में जीने वाले आमिन सयानी को अलविदा

अमीन सयानी ने 91 वर्ष की उम्र में दुनिया को अलविदा

आकाशवाणी के सबसे लोकप्रिय प्रस्तोता अमीन सयानी ने 91 वर्ष की उम्र में मगंलवार को दुनिया को अलविदा कह दिया। सीने में दर्द की शिकायत के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उनकी मृत्यु हो गई। लोगों के कानों में उनकी खनकती आवाज “नमस्कार बहनों और भाइयों मैं आपका दोस्त अमीन सयानी बोल रहा हूं”आज भी गूंजती है। मुंबई में जन्मे सयानी साहब ने 42 वर्षों में 55000 से अधिक कार्यक्रमों का संचालन किया और उन्हें मोहक आवाज दी।

अमीन सयानी गायक नहीं थे, लेकिन उनकी आवाज लोगों की पहचान से पहले ही हो जाती थी। रेडियो सुनने और पसंद करने वालों में एक बड़ा वर्ग ऐसा था जो मुकेश या केएल सहगल, रफी या महेंद्र कपूर, लता जी या सुमन कल्याणपुर की आवाज पहचानने में गलती कर सकता था, लेकिन अमीन सयानी की आवाज पहचानना सबसे आसान था। यहाँ यह भी कहा जाता है कि आसान काम करना सबसे कठिन होता है। अमीन सयानी ने यही कठिन काम बरसों-बरस किया। वे लता जी के समकालीन थे और उम्र में थोड़े छोटे जरूर थे, लेकिन दोनों में कमाल की दोस्ती थी। अमीन सयानी रेडियो पर जिन कार्यक्रमों की उद्घोषणा करते थे, उसमें लता जी समेत उस दौर के सभी कलाकारों के गाने बजते थे। कुल मिलाकर संगीत प्रेमियों के लिए ये कार्यक्रम एक गुलदस्ते जैसा होता था, जिसमें आवाज के तौर पर एक फूल लता जी लाती थीं, दूसरा रफी, तीसरा किशोर, चौथा महेंद्र कपूर… और इन्हीं फूलों को आपस में पिरोने का काम अमीन सयानी किया करते थे।

लता जी से एक इंटरव्यू में उनके करीबियों के बारे में पूछा गया तो उनका जवाब था कि ऐसे बहुत से लोग हैं जो अलग-अलग फील्ड के हैं लेकिन उनके नजदीकी और पारिवारिक हैं। इस फेहरिस्त में लता जी ने उदयपुर के महाराजा से लेकर आरपी गोयनका, पंडित जसराज और लेखिका पद्मा सचदेव का नाम लिया था। इस फेहरिस्त में एक नाम अमीन सयानी का भी था।

भारत और यूनान के बीच सहयोग में नई उम्मीदें: प्रधान मंत्री आजकल भारत के दौरे पर

यूपी बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियों में सख्ती

यूनान के प्रधान मंत्री आजकल भारत दौरे पर हैं। भारत के प्रधान मंत्री जी से उनकी बैठक हुई और दोनो देशों के बीच रक्षा, बायोटेक्नोलॉजी, फार्मा, इनोवेशन, चिकित्सा उपकरण समेत कई क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर सहमति हुई। दोनो देशों के बीच 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना करने के लक्ष्य की ओर आगे बढ़ने पर आपसी सहमति हुई।

पिछले साल अगस्त में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूनान की यात्रा की थी, जिससे भारत और यूनान के संबंधों का स्तर ‘रणनीतिक साझेदारी’ तक बढ़ गया था। विदेश मंत्रालय ने इस यात्रा की घोषणा की और बताया कि मित्सोटाकिस राष्ट्रीय राजधानी में ‘रायसीना डायलॉग’ में मुख्य अतिथि और मुख्य वक्ता होंगे।

मित्सोटाकिस के साथ यूनान के वरिष्ठ अधिकारी और एक उच्चस्तरीय व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल भारत आएगा। विदेश मंत्रालय ने कहा, “प्रधानमंत्री मित्सोटाकिस की यात्रा से भारत और यूनान के बीच रणनीतिक साझेदारी और मजबूत होने की उम्मीद है।” मित्सोटाकिस एथेंस लौटने से पहले मुंबई भी जाएंगे। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रधानमंत्री मित्सोटाकिस द्विपक्षीय वार्ता करेंगे और प्रधानमंत्री मोदी अतिथि गणमान्य हस्तियों के सम्मान में दोपहर के भोज की मेजबानी करेंगे।”

इसमें कहा गया है कि भारत और यूनान के संबंध साझा सांस्कृतिक मूल्यों, आर्थिक विकास को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता, सुरक्षा, नौवहन, समुद्री क्षेत्र में सहयोग और क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर साझा दृष्टिकोण पर आधारित है। दोनों देश विभिन्न बहुपक्षीय मंचों पर भी निकट सहयोग कर रहे हैं।

यूपी बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियों में सख्ती: सरकार ने की कड़ी निगरानी की घोषणा

Up Board exam

उत्तर प्रदेश राज्य में यूपी बोर्ड की हाई स्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं आज से 8265 केंद्रों में शुरू हो रही हैं जिसके नियंत्रण के लिए सरकार ने कड़े सुरक्षा प्रबंध किए हैं। अराजक तत्वों की कड़ी निगरानी की जा रही है। परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक करने की कोशिश करने वाले जेल भी भेजे जा सकते हैं। पहली बार क्यूआरटी गठित की गई है जो उन लोगों पर तत्काल कार्यवाही करेगी जो भ्रामक खबरें फैला कर गुमराह करने तथा सरकार की छवि धूमिल करने का प्रयास करते पाए जाएंगे। सभी केंद्र व्यवस्थापकों व स्टैटिक मजिस्ट्रेट को परीक्षा संपादन के लिए प्रशिक्षित किया गया है। 3.11 लाख कक्ष निरीक्षकों को सुरक्षित क्यूआर कोड एवं क्रमांक युक्त कंप्यूटराइज्ड परिचय पत्र जारी किया गया है।

यूपी बोर्ड की परीक्षाएं आज, अर्थात 22 फरवरी से शुरू हो रही हैं। माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश (UPMSP) की यूपी बोर्ड हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं इसी दिन से आरंभ हो रही हैं। यूपी बोर्ड कक्षा 10वीं, 12वीं दोनों की परीक्षाएं 22 फरवरी से शुरू हो रही हैं और ये परीक्षाएं 9 मार्च तक चलेंगी।

यहाँ तक कि 2017 से पहले ये परीक्षाएं समाप्त कराने में एक माह से भी अधिक समय लगता था। यूपी बोर्ड की परीक्षा प्रदेश के 8,265 परीक्षा केंद्रों पर एक साथ शुरू होगी।

इस साल, यूपी बोर्ड परीक्षा 2024 में 55 लाख से अधिक छात्र-छात्राएं भाग ले रहे हैं। यूपीएमएसपी में हाईस्कूल के 15,71,184 छात्र और 13,76,127 छात्राएं भाग ले रहे हैं, वहीं इंटरमीडिएट की परीक्षा में 14,28,323 छात्र और 11,49,676 छात्राएं देंगे।

कुल मिलाकर, 55,25,308 परीक्षार्थियों में से 53,60,745 संस्थागत एवं 1,64,563 व्यक्तिगत परीक्षार्थी हैं। इस बार भी योगी सरकार ने बोर्ड परीक्षा में नकल रोकने के लिए कड़े इंतेजाम किए हैं।

परीक्षा केंद्रों के आस-पास धारा 144 लागू किया गया है ताकि किसी भी प्रकार की अनुचित गतिविधियों को रोका जा सके। इसके साथ ही, सारे परीक्षा केंद्रों को लाइव मॉनिटरिंग के लिए आवश्यक उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं।

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