प्रमुख समाचार दिनांक 21.02.2024

Kisan Andolan Update

kisan andolan

Kisan Andolan : उत्तर प्रदेश में किसान संगठनों द्वारा सरकारी प्रस्तावों के खिलाफ विरोध प्रकट हो रहा है।

5 फसलों पर 5 साल तक एमएसपी (MSP) खरीद के प्रस्ताव को किसानों ने खारिज कर दिया है। इससे किसानों के बीच विवाद बढ़ा है। साथ ही साथ उत्तर प्रदेश में राजनीतिक भी उथल-पुथल बढ़ गई है।

फ़िलहाल इस मामले में समझौते के कोई आसार नज़र नहीं आ रहें है।  और अभी  किसान संगठनों का आंदोलन भी जारी रहेगा। 

किसान नेताओं ने सभी 23 फसलों पर एमएसपी गारंटी कानून, स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें, कर्ज माफी आदि मांगों को यदि सरकार नहीं मानती है तो 21 फरवरी सुबह 11 बजे से किसान दिल्ली कूच करेंगे।

संयुक्त किसान मोर्चा व किसान मजदूर संघर्ष समिति के तत्वाधान में किसान गत 13 फरवरी से सघर्ष कर रहे हैं। पंजाब हरियाणा सीमा पर किसान डटे हुए हैं। स्थिति दुखद और चिंताजनक है।

10 लाख करोड़ की निवेश से वन ट्रिलियन इकोनॉमी की दिशा में कदम

उत्तर प्रदेश में बड़े स्तर पर निवेश की ओर कदम बढ़ाया जा रहा है।यह निवेश प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए की गई है।

इससे प्रदेश में लाखों रोजगार के अवसर प्राप्त करने में मदद मिलेगी। साथ ही इस निवेश से प्रदेश की जीडीपी में वृद्धि की उम्मीद है। इसके अलावा  राज्य को आर्थिक दृष्टि से मजबूत बनाने में मदद मिलेगी।

उत्तर प्रदेश ने 10 लाख करोड़ की निवेश परियोजनाओं की नींव रखने के साथ वन ट्रिलियन इकोनॉमी बनने की ओर तेजी से कदम बढ़ा दिए हैं।

योगी सरकार में कानून व्यवस्था में हुए बदलाव ने निवेशकों को आकर्षित किया है। इसका नतीजा यह हुआ है कि प्रदेश में 40 लाख करोड़ रूपए के निवेश हो रहें हैं। इस निवेश से लाखों रोजगार के अवसर सृजन होने की उम्मीद है।

योगी सरकार के इन 7 सालों में प्रदेश की जीडीपी दोगुनी हो गई है। उत्तर प्रदेश अब देश में सबसे ज्यादा एक्सप्रेस वे प्रदेश व एयरपोर्ट है।

डिफेंस कॉरिडोर भी यहां है तो यह इंडस्ट्रियल हब बनकर भी सामने आ रहा है। बीजेपी की डबल इंजन वाली सरकार में उत्तर प्रदेश निवेशकों के लिए रेड कार्पेट बिछा रहा है।

सरकारी आंकड़े को देखा जाए तो देश के 55% एक्सप्रेस वे उत्तर प्रदेश में हैं। राज्य में कोई किसान आन्दोलन नहीं हुआ।

गन्ना किसानों को करीब 2 लाख करोड़ रूपए से अधिक भूगतान हुआ। गन्ना मूल्य ही नहीं बढ़ा बल्कि गन्ने का रकबा और प्रति हेक्टेयर उत्पादन भी बढ़ा है। इसका सीधा असर चीनी और इथेनॉल उत्पादन पर भी पड़ा है। 

जम्मू-कश्मीर: देश की सबसे लंबी रेलवे सुरंग का उद्घाटन और विद्युतीकरण

जम्मू-कश्मीर में देश की सबसे लंबी रेलवे सुरंग का उद्घाटन किया गया है। इस रेलवे सुरंग का नाम टी 50के है और इसकी लंबाई 12.77 किलोमीटर है।

इस सुरंग के निर्माण में लगभग 14 वर्ष लगे हैं। यह सुरंग आपातकालीन स्थितियों में यात्रियों को निकालने के लिए बनाई गई है। अब इसकी विद्युतीकरण की प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है।

आग लगने की घटना से निपटने के लिए सुरंग के दोनों किनारों पर पाइप बिछाए गए हैं। हर 375 मीटर पर एक वाल्व लगा है ताकि आग की लपटों को बुझाने के लिए पानी की बौछार की जा सके।

साथ ही प्रधानमंत्री जी ने कश्मीर घाटी की पहली विद्युतीकृत ट्रेन का उदघाटन भी किया गया। यह ट्रेन श्रीनगर से संगलदान के बीच चलेगी।

सुप्रीम कोर्ट का फैसला: चण्डीगढ़ महापौर चुनाव को रद्द नहीं करने का आदेश

सुप्रीम कोर्ट ऑफ़ इंडिआ

सुप्रीम कोर्ट ने चण्डीगढ़ महापौर के चुनाव को रद्द न करने का आदेश दिया है। अदालत ने कहा है कि चुनाव को रद्द करना अनुचित होगा और इससे लोकतंत्र को नुकसान होगा।

इस फैसले के साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने चुनावी प्रक्रिया को सम्पूर्ण तरीके से न्यायिक और निष्पक्ष ठहराया है। अदालत ने कहा कि पुरे चुनाव को रद्द कराना अनुचित होगा जबकि चुनाव प्रक्रिया में कोई गड़बड़ी नहीं हुई है।

केवल मतगणना प्रक्रिया के दौरान पीठासीन अधिकारी का कदाचार ही एकमात्र गड़बड़ी है। पूरी चुनावी प्रक्रिया रद्द करना लोकतांत्रिक सिद्धांतों का हनन होगा।

ग्लोबल कोविड वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स: न्यूरोलोजिकल और हृदय संबंधी बीमारियों में वृद्धि

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कोविड-19 वैक्सीन के प्रयोग से उत्पन्न संभावित साइड इफेक्ट्स पर एक विशेषज्ञ समुदाय की चिंता है। ग्लोबल वैक्सीन डेटा नेटवर्क के अध्ययन के अनुसार, वैक्सीन के उपयोग से न्यूरोलोजिकल (न्यूरोलॉजिकल), खून और ह्रदय संबंधी बीमारियों में थोड़ी वृद्धि हो सकती है।

इसके संबंध में और अधिक अनुसंधान की आवश्यकता है ताकि सार्वजनिक स्वास्थ्य को संरक्षित रखा जा सके। कोरोना महामारी से बचने के लिए लोगों को लगाए गए टीके का स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा।

ग्लोबल कोविड वैक्सीन सेफ्टी प्रोजेक्ट के तहत ग्लोबल वैक्सीन डाटा नेटवर्क के अध्यन के अनुसार वैक्सीन की वजह से न्यूरोलोजिकल, खून और हृदय संबंधी बीमारियों में थोड़ी वृद्धि हुई है।

शोधकर्ताओं ने फाइजर, बायोएंटिक एसई और मोडर्ना द्वारा बनाए गए एमआरएनए वैक्सीन और एस्ट्रोजेनेका द्धारा निर्मित वैक्सीन लिए गए लोगों पर यह अध्यन किया गया।

इस वैक्सीन से दिल से सम्बन्धित सूजन का खतरा तथा दिमाग में रक्त के थक्के का खतरा बढ़ गया था। प्रतिरक्षा प्रणाली तंत्रिका तंत्र को भी नुकसान पहुंचा।

भारत में अब तक 220 करोड़ डोज दी जा चुकी हैं और टीकाकरण की शुरुआत से अब तक करीब एक लाख साइड इफेक्ट्स के केस सामने आए हैं। भारत दुनियां में सबसे कम कोविड वैक्सीन से साइड इफेक्ट्स वाले देशों में से एक है।

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