
क्या आप जानते है भारत की राष्ट्रीय मिठाई के बारे में ? जब बात भारतीय खाने-पीने की हो, तो मिठाइयों का जिक्र होना स्वाभाविक है। स्वादिष्ट मिठाईयों के मामले में भारत ने दुनिया में विशेष प्रसिद्धि हासिल की है।
भारत के अलग अलग प्रान्त जैसे – वेस्ट बंगाल में रसगुल्ले, उत्तर प्रदेश में बर्फी, महाराष्ट्र में मोदक तो वहीं राजस्थान में घेवर काफी ज्यादा मशहूर है।
लेकिन एक मिठाई ऐसी भी है जिसे भारत में सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है और उसे भारत का राष्ट्रीय मिठाई ( national sweet of India ) होने का दर्जा भी प्राप्त है।
यदि आप इस मिठाई का नाम और इससे सम्बंधित कुछ रोचक जानकारियों को जानना चाहते है, तो इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें।
भारत की राष्ट्रीय मिठाई कौन सी है ?
यदि आप भारत के अलग अलग प्रांतो का भ्रमण करे तो पाएंगे कि हर प्रांत के लोग तरह तरह की मिठाई खाना पसंद करते है।
लेकिन जलेबी ही एक मात्र ऐसी मिठाई है जो भारत के सब प्रान्त में पसंद की जाती है। जलेबी न ही केवल ज्यादातर लोगों की पहली पसंद है बल्कि इसे भारत का राष्ट्रीय मिठाई ( national sweet of India ) होने का भी गौरव प्राप्त है।
जलेबी को आप चाहे गरम खाये या फिर ठंडी, इसका स्वाद हमेशा आपको इसे बार-बार खाने को प्रेरित करेगा। जलेबी की लोकप्रियता का एक मुख्या कारण है इसमें प्रयोग की जाने वाली सामग्री।
जलेबी बनाने के लिये मुख्यता मैदा, केसर, घी (रिफाइंड या देशी) और चीनी का इस्तेमाल किया जाता है, जो की आपकी रसोई में आसानी से मिल जाती है।
राष्ट्रीय मिठाई जलेबी का इतिहास
राष्ट्रीय मिठाई अर्थात जलेबी का इतिहास आज का नहीं बल्कि करीब 500 साल पुराना माना गया है।
जलेबी शब्द “अरब” भाषा के “जलाबिया” और “फारसी” भाषा के “जलिबिया” शब्दों से मिलकर बना। इसका उल्लेख मध्यकालीन समय की एक एक पुस्तक “किताब-अल-तबीक़” में पाया गया।
इस पुस्तक के अनुसार, जलेबी का उत्थान पश्चिमी एशिया में हुआ था। इरान में, जलेबी को “जुलाबिया” या “जुलुबिया” के नाम से जाना जाता है।
10वीं सदी की अरब पाक कला में, विभिन्न प्रकार की जलेबी बनाने के विवरण (जलेबी रेसिपी) उपलब्ध हैं। 17वीं सदी की प्रसिद्ध पुस्तकें “भोजनकुटुहला” और “गुण्यगुणबोधिनी” में भी जलेबी के बारे में विवरण दिया गया है।
जलेबी भारत में कैसे पहुंची ?

ऐतिहासिक जानकारी के अनुसार जलेबी की तरह की मिठाई मेसोपोटामिया में भी खाई जाती थी। अब यह आधुनिक इराक है। इस मिठाई को बनाने के लिये पहले कई अनाजों का मिश्रण बनाया जाता था। और बाद में मधु में भिगोकर खाई जाती थी।
बाद में जलेबी व्यापार और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के माध्यम से भारतीय उपमहाद्वीप तक पहुंच गई। कई इतिहासकार ऐसा मानते है कि लगभग 13वीं शताब्दी में पार्सी या अरबी आक्रमणकारियों ने भारतीय उपमहाद्वीप पर तली हुई मिठाई की परंपरा ले कर आये।
समय के साथ, इसकी रेसिपी और बनाने के तरीकों में स्थानीय स्वाद और सामग्रियों के अनुसार बदलाव होता गया। और इसके साथ ही जलेबी ने भारतीय मिष्ठानों में अपनी एक महत्वपूर्ण हिस्सा बना लिया और त्योहारों, उत्सवों की एक प्रसिद्ध मिठाई बन गई।
जलेबी को भारतीय राष्ट्रीय मिठाई क्यों माना जाता है ?
जलेबी को राष्ट्रीय मिठाई के रूप में चुने जाने के पीछे कुछ प्रमुख कारण है, जोकि इस प्रकार है।
पहला कारण
इसका प्राचीन और विविध इतिहास। जलेबी को भारत की संस्कृति और परंपराओं के साथ जोड़ा गया है। यह मिठाई भारत की विविधता को प्रकट करती है।
दूसरा कारण
जलेबी को बनाने की विधि और इसका स्वाद। यह अन्य मिठाईयों से काफी अलग विधि द्वारा बनाई जाती है। लेकिन स्वाद में यह कई मिठाईयों को पीछे छोड़ती है।
तीसरा कारण
जलेबी का व्यापारिक महत्व है। यह भारत में बड़े पैमाने पर बनाई जाती है और खूबसुरत रूप में प्रस्तुत की जाती है।
जिससे यह मिठाई भारतीय बाजारों में अपना एक महत्वपूर्ण स्थान स्थापित कर चुकी है।
अब तक आपको भारत की राष्ट्रीय मिठाई के बारे में काफी जानकारी मिल चुकी होगी। आइये अब इसके फायदे के बारे में बात करते है।
जलेबी खाने के फायदे व नुक्सान
राष्ट्रीय मिठाई जलेबी खाने के फायदे
राष्ट्रीय मिठाई जलेबी को सिमित मात्रा में खाया जायें तो इसके कई लाभ है आइये इसके बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करते है।
दूध जलेबी - वजन बढ़ाने में मददगार
स्वास्थ्य के लिए दूध काफी फायदेमंद माना जाता है, लेकिन इसे जब जलेबी के साथ मिलाया लिया यें, तो इसके स्वाद में और भी चार चाँद लग जाते है।
जो व्यक्ति दुर्बल शरीर के है उनके लिए यह मिश्रण बहुत ही लाभकारी साबित होता है। दूध जलेबी का सेवन करके व्यक्ति अपने वजन को तेजी से बढ़ा सकता है।
ऐसा इसलिए क्योंकि इसे बनाने में घी, चाश्नी, रिफाइंड आदि सामग्री का प्रयोग किया जाता है जिसमें कैलोरी की मात्रा अधिक होती है।
दूध और जलेबी स्ट्रेस कम करने में मददगार
राष्ट्रीय मिठाई अर्थात जलेबी को दूध के साथ मिलाकर खाने से व्यक्ति अपने स्ट्रेस को कम कर सकता है।
कुछ स्वास्थ्य विशेषज्ञों का ऐसा मानना है कि दूध और जलेबी का साथ खाने से स्ट्रेस हार्मोन्स को कम किया जा सकता है।
इसके साथ ही यह आपकी स्मृति शक्ति बढ़ाने में मदद करती है।
दूध और जलेबी से माइग्रेन में राहत
मीग्रेन एक प्रकार का सिरदर्द होता है। इसमें अन्य दर्द के मुकाबले अधिक तेजी से दर्द होता है।
माइग्रेन के साथ अक्सर अंधेरा या उल्टी की समस्या भी हो सकती है। मीग्रैन का दर्द आमतौर पर सिर के किसी एक ओर होता है और यह कई घंटों या दिनों तक चल सकता है।
ऐसा माना जाता है कि दूध और जलेबी का सेवन करने से माइग्रेन से पीड़ित व्यक्तियों को राहत मिलती है।
राष्ट्रीय मिठाई जलेबी खाने के नुकसान
जलेबी को अधिक मात्रा में खाने के कई नुकसान भी हैं। इसमें उच्च मात्रा में चीनी, तेल, और कैलोरी होती है, जो कुछ स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है।
शुगर की मात्रा
जलेबी में अधिक मात्रा में चीनी होती है, जिससे शुगर की मात्रा बढ़ जाती है। इसके प्रतिदिन सेवन करने से शुगर रोग होने का खतरा बढ़ सकता है।
मोटापा
जलेबी में कैलोरी की अधिक मात्रा होती है, जिससे आपको ओबेसिटी होने का का कारण बन सकती है।
हार्ट समस्याएँ
राष्ट्रीय मिठाई जलेबी में तेल की मात्रा अधिक होती है, जो दिल से संबंधित समस्याओं का कारण बन सकती है, जैसे कि अत्यधिक कोलेस्ट्रॉल और हार्ट अटैक का खतरा।
पाचन समस्याएँ
जलेबी के तेल में अधिक मात्रा में तला जाता है, जिससे पाचन समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं, जैसे कि एसिडिटी और गैस की समस्याएँ।
जलेबी बनाने के लिए आवश्यक सामग्री
- मैदा : 1 कप
- खाने वाला सोडा : 1 चम्मच
- दही : 4 चम्मच
- खाने वाला लाल रंग : 1/2 चम्मच
- जलेबी तलने के लिए घी या रिफाइंड
- चाशनी बनाने के लिए सामग्री
- चीनी: 2 कप
- पानी: 1 कप
- इलायची : २-३
जलेबी बनाने की विधि
इस विधि से आप बहुत ही आसानी से राष्ट्रीय मिठाई जलेबी को कम समय में तैयार कर सकते है आइये इस विधि को अंत तक पढ़ते है।

जलेबी तैयार करने के लिए सबसे पहले मैदे को छान ले ।

अब उसमें बेकिंग पाउडर को मिला ले।

इसके बाद इस मिश्रण में कुछ बूंदें फूड कलर अच्छी तरह से मिला लें।

अब इस मिश्रण में दही डालकर अच्छी तरह से मिला लें।

इस मिश्रण में धीरे-धीरे पानी डालते हुए गाढ़ा पेस्ट बना लें, याद रखें कि पेस्ट में गुठलियां नहीं होनी चाहिए।

इस पेस्ट को 10-15 मिनट के लिए ढक कर रखें और इसी समय में जलेबी के लिए चाशनी तैयार करें।

चाशनी बनाने के लिए पहले गैस पर कढ़ाई या फिर एक गहरा पैन रखें

अब इस पैन में 2 कप पानी और 1 बड़ा चम्मच चीनी डालें। तेज आंच पर चाशनी को उबलने दें।

इसके बाद चाशनी में २-३ इलायची डाल कर आधे घंटे तक धीमे आंच पर पकाएं, बीच-बीच में चाशनी को चलाते रहें।
चाशनी पूरी तरह से पक जाने पर गैस बंद करें और इसे ढक कर रख दें।

जलेबी तैयार करने के लिए एक कढ़ाई में कुकिंग ऑयल या घी गरम करें।

अब जलेबी के पेस्ट को एक कोन में डालें।

कोन की मदद से इस पेस्ट को कुकिंग ऑयल या घी में डालकर गोल-गोल घुमाएं, जिससे वह खूबसूरत दिखे।

तली हुई जलेबी को तेल से निकालकर चाशनी में 1-2 मिनट तक डुबाकर और फिर बाहर निकाल लें।

अब इनको गरमा गरम इलाइची दाल कर सर्व करें।
आलू की जलेबी बनाने की विधि
क्या आपने कभी आलू से बनी हुई जलेबी खायी है, यदि नहीं तो आपको एक बार जरूर इसे ट्राई करना चाहिए यह स्वाद में काफी स्वादिष्ट और जल्दी तैयार होने वाली रेस्पी है तो आइये आलू की जलेबी बनाना सीखते है
सामग्री
1 कप सूजी
1/2 कप आलू प्यूरी (बनाने के लिए पके हुए आलू का चूर्ण)
1/4 कप दही
1/4 कप चीनी
1/4 छोटी चम्मच बेकिंग पाउडर
1/4 छोटी चम्मच इलायची पाउडर
तेल (डीप फ्राइ करने के लिए)
केसर की कुछ धार
विधि
- सबसे पहले, एक बड़े बाउल में सूजी, आलू प्यूरी, दही, चीनी, बेकिंग पाउडर, और इलायची पाउडर को अच्छी तरह से मिलाएं।
- इस मिश्रण को 15-20 मिनट के लिए छोड़ दें ताकि सूजी अच्छी तरह से फूल सके।
- एक डीप पैन में तेल गरम करें।
- तैयार किया गया मिश्रण को पाइप बैग में डालें और जलेबी की तरह से तेल में सेंकें।
- जलेबी को गोल्डन ब्राउन होने तक तलें।
- तली हुई जलेबी को तेल से निकालें और किचन पेपर पर रखें।
- केसर की धार डालें और सर्व करें।
मावा जलेबी बनाने की विधि
क्या आप अपने मेहमानों को मीठे में कुछ ऐसा खिलाना चाहते है जिससे वो आपकी बनाई हुई रेस्पी को हमेशा याद रखें। यदि हाँ तो आप मावा जलेबी ट्राई कर सकते है, यह रेस्पी आपके मेहमानों को जरूर पसंद आयेगी।
सामग्री
- 1 कप मैदा
- 1/2 कप मावा
- 1/4 कप दही
- 1/4 कप चीनी
- 1/4 छोटी चम्मच बेकिंग पाउडर
- 1/4 छोटी चम्मच इलायची पाउडर
- तेल (डीप फ्राइ करने के लिए)
- शुगर करीमेल
विधि
- सबसे पहले, एक बड़े बाउल में मैदा, मावा, दही, चीनी, बेकिंग पाउडर, और इलायची पाउडर को अच्छी तरह से मिलाएं।
- इस मिश्रण को 15-20 मिनट के लिए छोड़ दें ताकि यह फूल सके।
- एक डीप पैन में तेल गरम करें।
- तैयार किया गया मिश्रण को पाइप बैग में डालें और जलेबी की तरह से तेल में सेंकें।
- जलेबी को गोल्डन ब्राउन होने तक तलें।
- तली हुई जलेबी को तेल से निकालें और शुगर करीमेल से सजाएं।
पनीर जलेबी बनाने की विधि
पनीर और जलेबी – यें दोनों अलग-अलग चीजें है, लेकिन इन दोनों के मिश्रण से आप पनीर जलेबी बना सकते है। जो स्वाद में आपको काफी पसंद आएगी।
सामग्री
- 1 कप पनीर (कच्चा पनीर)
- 1 कप चाशनी (गुड़ की चाशनी)
- 1/2 कप मैदा
- तेल (डीप फ्राइ करने के लिए)
- इलायची पाउडर
- केसर की कुछ धार
विधि
- सबसे पहले, पनीर को छोटे टुकड़ों में काट लें और साइज़ देने के लिए मोल्ड में डाल दें।
- मैदा और पानी का मिश्रण तैयार करके घोल बनाएं।
- तेल को गरम करें और पनीर के टुकड़ों को मैदा के घोल में डिप करके तेल में डालें।
- तली हुई पनीर टुकड़ों को गुड़ की चाशनी में डालें और थोड़ी देर के लिए भिगोकर निकालें।
- उन्हें फिर से तेल में तलें ताकि वे कुरकुरे हो जाएं।
- पनीर जलेबी को गुड़ की चाशनी में डालकर डिप करें और ऊपर से इलायची पाउडर और केसर की धार डालें।
FAQ on राष्ट्रीय मिठाई जलेबी
जलेबी कितनी मात्रा में खायें ?
राष्ट्रीय मिठाई जलेबी में चीनी की मात्रा काफी अधिक पायी जाती है, इसलिए ध्यान रखे कि पूरे दिन में केवल 1 से 2 पीस जलेबी ही खाएं इससे अधिक जलेबी का सेवन करने से शरीर में शुगर की मात्रा बढ़ जाती है।
जो आपके स्वस्थ्य के लिए हानिकारक भी हो सकती है।
2 पीस जलेबी में कितना फैट होता है ?
2 पीस जलेबी में आमतौर पर लगभग 10-12 ग्राम फैट होता है। फैट की मात्रा इसमें प्रयोग की गयी सामग्री पर निर्भर करती है।
भारत की राष्ट्रीय मिठाई कौन सी है?
भारत की राष्ट्रीय मिठाई जलेबी है।
जलेबी बनाने के लिए आवश्यक सामग्री क्या होती है?
जलेबी बनाने के लिए मैदा, बेसन, इलायची, खाना सोडा, दही, खाने वाला पीला रंग, और तलने के लिए घी या रिफाइंड तेल की आवश्यकता होती है, और चाशनी बनाने के लिए चीनी, पानी, और केसर/जाफरान की आवश्यकता होती है।
निष्कर्ष
इस लेख में हमने भारत का राष्ट्रीय मिठाई अर्थात जलेबी के बारे में विस्तार से जानकारी दी। साथ ही साथ हमने आपको जलेबी के इतिहास के बारे में भी विस्तार से बताया। हम आशा करते है इस लेख को पढ़ने के बाद अब आप जलेबी के बारे में काफी विस्तार से जानकारी प्राप्त कर चुके होंगे। ऐसी ही रोचक जानकारियों से रूबरू होने के लिए इस वेबसाइट को विजिट करते रहे।
धन्यवाद !