शादी मात्र 24 घंटे के लिए, 40 हज़ार में मिल जाती हैं दुल्हनें!

शादी

वैसे तो शादी को लेकर दुनिया के अलग – अलग देशों में अलग अलग रीति – रिवाज है। बात करें चीन की तो यहाँ लड़के पक्ष के लोग लड़की पक्ष को महंगे गिफ्ट और पैसे देते है। 

लेकिन इस देश में कुछ इलाके ऐसे भी है जहां काफी गरीबी पायी जाती है। ऐसे में इन क्षेत्रो में एक विशेष प्रकार की शादी होती है। 

जिसे “एक-दिनी विवाह” भी कह सकते हैं। इसमें, पुरुष और स्त्री एक-दूसरे के साथ केवल 24 घंटे तक ही शादी के बंधन में बंधे रहते है।  और समय समाप्त होने पर वे अपने-अपने रास्ते चले जाते हैं।

आइये जानते है क्या है इस प्रथा के पीछे का कारण। 

केवल शादीशुदा नाम पाने के लिए की जाती है यह शादी

यह शादी एक संक्षेप्त, संबंधों से भरपूर और अनोखा अनुभव प्रदान करने के लिए की जाती है। इसमें दोनों पक्षों के परिवार नहीं होते, बल्कि सामाजिक, धार्मिक या कानूनी रूप से इसे पूर्ण सम्मानित किया जाता है।

यह अनोखा प्रक्रिया विशेष रूप से वे लोग अपनाते हैं जो अपनी आर्थिक स्थिति के कारण दीर्घकालिक संबंध नहीं बना सकते। इससे समाज में उन्हें सिर्फ “शादीशुदा” होने का अधिकार मिलता है, और वे इस नाम से पहचाने जाते हैं।

चीन के पिछड़े इलाकों इन शादियों का चलन अधिक

चीन के हुबेई प्रोविंस के ग्रामीण इलाकों में ऐसी शादियों को एक दिन की शादी कहा जाता है।

Phoenix Weekly मैगज़ीन के रिपोर्ट के मुताबिक, यह तरीका खासकर उन लड़कों के लिए है जो गरीब होते हैं और उनकी शादी कराने के लिए पर्याप्त पैसे नहीं होते हैं, जो उन्हें दूल्हा बनाने के लिए दहेज़ देने की समस्या से जूझनी पड़ती है।

इस विशेष शादी के तरीके में, लड़के मरने से पहले नाम के लिए शादी कर लेते हैं। इसमें दोनों पक्षों के परिवार नहीं होते और यह एक-दिन का कार्यक्रम होता है। इस शादी में परिवारों द्वारा भविष्यवाणी या कुंडली मिलाने की प्रक्रिया नहीं होती है।

कुछ लड़कियां पैसों के लिए भी करती है ऐसी शादियां

कुछ पेशेवर दुल्हनें भी होती हैं, जो 40 हजार रुपये लेकर शादी करती हैं, जिनमें से 1000 युआन की कटौती होती है। इन लड़कियों को ज्यादातर बाहर की रहने वाली होती हैं और उन्हें पैसों की ज़रूरत होती है, जिस कारण वे एक दिन की शादी को अपनाती हैं।

इस प्रकार, वे पैसों की वजह से अपने रास्ते निकल सकती हैं और अपने परिवार का साथ भी रख सकती हैं। यह एक दिन की शादी ने पिछले 6 सालों में अपनी पकड़ काफी गहरी कर ली है।

चीन में बिना शादी के कब्र मिलना मुश्किल

हुबेई के ग्रामीण इलाकों में एक दिन की शादी करने के कुछ विशेष कारण बताये जाते है। पहला कारण है कि यहां इंसान को उसकी मौत के बाद फैमिली के कब्रगाह में तभी दफनाया जाएगा, जब वह शादीशुदा होगा। इसलिए गरीब पुरुष शादी करके अपने पुश्तैनी कब्रगाह पर दुल्हन को लेकर जाते हैं और पूर्वजों को बताते हैं कि उनकी शादी हो चुकी है। इससे उनकी जगह कब्रगाह में पक्की हो जाती है।

शादी का अनुभव लेने के लिए भी ऐसा करते है

दूसरा कारण यह है कि चीन में लड़की को दहेज नहीं देना पड़ता, जो आमतौर पर 11 लाख युआन से कम नहीं होता।

इसके कारण गरीब परिवारों के लिए शादी का व्यय भारी होता है, जो उन्हें दहेज़ देने में असमर्थ बना देता है।

इसलिए एक दिन की शादी उनके लिए एक आवश्यक विकल्प बन जाती है जिससे वे शादीशुदा होने का अधिकार प्राप्त कर सकते हैं और उन्हें दहेज़ देने की चिंता नहीं होती।

चीन में एक और वजह यह है कि लोग आम तौर पर रेंटल गर्लफ्रेंड और बॉयफ्रेंड भी ढूंढ लेते हैं, जिससे उन्हें साथ मिलने का मौका मिलता है।

इस तरह की सामाजिक प्रथा और व्यवहार से यह स्पष्ट होता है कि शादी की व्यवस्था में अलग-अलग दृष्टिकोण और समस्याएं होती हैं, जो लोगों के जीवन को प्रभावित करती हैं।